Wednesday, June 25, 2008

History of Jagdish Mandir Kurseong.

"जगन्नाथ के भात को जगत पसारे हाथ, बिना भाग मिलते नही जगन्नाथ के भात।"



यह वह लाइन है जो किसी भी जगन्नाथ जी महाराज के भक्त को हर वक्त याद रहती है।

श्री जगदीशजी महाराज की असीम अनुकम्पा की वजह से , श्री प्रभु का एक पवन मन्दिर पश्चिम बंगाल के उत्तरी भाग में स्थित दार्जिलिंग जिले में एक अति सुंदर और मनोरम टाऊन इसका नाम कर्सियांग है , में स्थित है।

सभी जगन्नाथ भक्तों के लिए श्री प्रभुजी श्री जगन्नाथजी महाराज के उस अति सुंदर और दर्शनीय मन्दिर की कुछ तस्वीरें प्रस्तुत कर रहा हूँ ।




उपरोक्त तस्वीरें श्री मन्दिर के गर्व गृह की है। इस मन्दिर की विशेषता यह है की दोनों ही मुर्तिया श्री जगन्नाथ जी महाराज की है। इसमें श्री बलरामजी और श्री सुभद्रा जी की मूर्तियाँ नही है।

भक्तों का यह सवाल हो सकता है की, दोनों ही मूर्तियाँ प्रभु श्री जगन्नाथ जी की ही क्यों है ?

इस का जवाब है की आज से करीब ३०० वर्ष पहले राजस्थान नागौर जिले के मेड़ता शहर के पास "मोकला" नाम के गावं से दो भाई श्री प्रभु की दो अलग अलग मूर्तियाँ लेकर प्रभु के स्वप्न में प्राप्त आदेशानुसार अपने अनुसार अलग अलग दिशाओं में प्रस्थान किया ।

प्रभु के आशीर्वाद से एक भाई जिस स्थान पर पहुचे उसी स्थान पर कुछ समय बाद दूसरा भाई भी वही पर पहुच गए। राजस्थान से बंगाल की उस लम्बी और उन दिनों की कठीण यात्रा के बाद वहां पहुचने पर प्रभु के आशीर्वाद से वर्तमान में स्थित मन्दिर स्थापित किया।

इस विषय में अभी और अध्ययन बांकी है। जैसे जैसे जानकारी मिलती रहेगी आपकी सेवा में प्रस्तुत करता रहूगा.



यह तस्वीरें श्री मन्दिर की ही है।

१। पहली मन्दिर की बहार से ली हुई तस्वीर है।

२। दूसरी तस्वीर मन्दिर की अन्दर से ली हुई है।




कर्सियांग की बात हो और वहां की सुन्दरता और खिलौना रेल की बात नही हो ऐसा नही हो सकता। यह तस्वीरें आप के लिया मैंने ख़ुद ली है। दो तस्वीरें पुराने भाफ इंजन की है तथा तीसरी फोटो नई डीजल इंजन की है।



विषय से न हट जाए इस लिए वहां की प्राकृतिक सुन्दरता की सिर्फ़ एक ही तस्वीर प्रस्तुत कर रहा हूँ।

Few points I am adding in English for your information:

As per latest information total number of 80 statues of the Lord were made at the wonderful town of Mokala now called Mokalpur.

Following is the list of Temples of Shri Lord Jagannath all over India.

1. Kurseong, Darjeeling, West Bengal.
2. Bhavnagar, Gujrat.
3. Gulej Garh.
4. Daman Diu.
5. Bundi, Rajasthan.
6. Kota, Rajasthan.
7. Khangaria Bangharia, Madhya Pradesh
8. Bajna, Dholpur, Rajasthan.
9. Ahmedabad, Gujrat.
If anyone of the readers knows any other place where the temples of The Lord are there please do give your feedback.

आप के पास कोई भी अधिक जानकारी हो तो कृपया अपने कमेंट्स जरूर देने की कृपा करे.

3 comments:

Vviivvekk said...

thats a very interesting history and story too..
we can make a short film on this. its all about LUCK-by chance...
thats really very wonderful...how two brothers reached at the same place in that time, and established the holy statue of the great great shree Jagdish ji.

Unknown said...

thats very nice to read this and to see the images of lord jagannath and also the whole world can have a glimpse of the almighty god.

Very good, Babu kaku

Prasant Pareek

InteriorDost said...

The temple needs some renovation. Please give your view on renovation and please contact Mr. Gyaneshwar Pareek 09832094545 on this matter.